Who Is God ? कौन है परमेश्वर - जानिए

Who is God ?

Who is God कौन है परमेश्वर
Who Is God ? कौन है परमेश्वर 

भारतीय उपमहाद्वीप में भारत सबसे बड़ा देश है साथ ही सम्पूर्ण विश्व मे अध्यात्म का सबसे बड़ा केंद्र भी है
यहाँ पर हमेशा से ही लोगो की भगवान में आस्था रही है भले ही लोग अलग अलग धर्म को मानते हो पर कहि ना कहि सभी का विश्वास एक बात पर अटल है कि कोई ईश्वरीय शक्ति अवश्य है जो मनुष्य से ऊपर है और मनुष्य से अनन्त गुना शक्तिशाली है और साथ ही मनुष्य के हर क्रिया कलाप का लेखा जोखा रखती है

भगवान कौन है

ईसाई भाई कहते है कि प्रभु यीशु है मुस्लिम भाई कहते है कि वो निराकार अल्लाह है हिन्दू भाई कहते है बह्मा विष्णु महेश ही भगवान है पर वास्तव में वो कौन है
जो सबका पालन करता है जिसने सबको बनाया और जो सबको सुख देता है और पाप से बचाता है

दुनिया मे भले ही नास्तिक लोगो से देशों के देश भरे पड़े हो पर आस्तिक लोग अभी भी परमेश्वर के साक्षी है और परमेश्वर भी हर कदम पर उनकी मदद करते है

ईसाई भाई कहते है की प्रभु यहोवा ही सर्वोच्च परमेश्वर है और असल मे उनकी बात कई मायनो में मात खाती है वो ऐसे की वे यह कहते है कि परमेश्वर यहोवा है पर उसे देख नही सकते है वह निराकार है जबकि बाइबल में बार बार यहोवा ने खुद को शरीर वाला सिध्द किया है
उतपत्ति के अध्याय 1 श्लोक 27 में लिखा है कि तब परमेश्वर ने मनुष्य को अपने स्वरूप के अनुसार उत्पन्न किया, अपने ही स्वरूप के अनुसार परमेश्वर ने उसको उत्पन्न किया, नर और नारी करके उसने मनुष्यों की सृष्टि की।
So God created man in his own image, in the image of God created he him; male and female created he them.

मतलब की परमेश्वर ने इंसान को अपने स्वरूप में बनाया है इसलिए अगर परमेश्वर निराकर है तो इंसान की भी कोई भौतिक सरचना नही होनी चाहिए थी पर इंसान की एक सरचना है और वह सरचना परमेश्वर ने अपनी सरचना के समान बनाई है इसका मतलब है कि परमेश्वर मनुष्य के तरह ही हाथ पैर वाले रूप में भी है तभी इंसान उसके जैसे स्वरूप में बना है

मुस्लिम भाई मानते है कि अल्लाह ही सर्वोच्च है और अल्लाह निराकार है अल्लाह को देखा नही जा सकता है वह बेचून है परंतु
पवित्र कुरान शरीफ की सूरत फुरकान 25 आयत नंबर 59 में लिखा है कि
आयत 59:- अल्ल्जी खलकस्समावाति वल्अर्ज व मा बैनहुमा फी सित्तति अय्यामिन् सुम्मस्तवा अलल्अर्शि अर्रह्मानु फस्अल् बिही खबीरन्(कबीरन्)।59।।
जिसने आसमानों और जमीन और जो कुछ उनके बीच में है (सबको) छः दिन में पैदा किया, फिर तख्त पर जा विराजा (वह अल्लाह बड़ा) रहमान है, तो उसकी खबर किसी बाखबर (इल्मवाले) से पूछ देखो। (59)

इसमें साफ लिखा है कि अल्लाह ने 6 दिन में सृष्टि रची और सातवें दिन तख्त पर जा विराजा अगर वह निराकार होता तो तख्त पर बैठने का कोई तो आ
औचित्य यहां लिखने का नहीं था परंतु क्योंकि वह वाकई में साकार है इसीलिए वह तख्त पर बैठ सकता है क्योंकि वह आकार में है इसलिए परंतु मुस्लिम भाई भी कुरान शरीफ के गलत अनुवाद के कारण गलत श्रद्धा में है और अल्लाह निराकार ही मानते हुए आए हैं जोकी गफलत है पढ़े कुरान शरीफ का वास्तविक रहस्य


हिन्दू भाई मानते है कि वह भगवान ब्रह्मा विष्णु महेश है परन्तु पवित्र श्रीमद्भ देवीपुराण में लिखा है तीनो भगवान ब्रह्मा विष्णु महेश की जन्म म्रत्यु होती है देवी दुर्गा इनकी माता है और काल (ब्रह्म)/ इनका पिता है
वही काल ब्रह्म गीताजी में कहता है कि मेरी भी म्रत्यु होती है मैं सर्वोच्च नही हु पूर्ण परमेश्वर कोई और है 

जानिए वह अल्लाह/परमेश्वर/भगवान कौन है 

सभी पवित्र ग्रंथो में हिन्दू ग्रंथ सबसे पुराने है जिनमे से वेद और गीताजी सर्वमान्य है और पूर्णतः प्रमाण्ति है
पवित्र गीताजी वेदों का संक्षिप्त (सारांश) रूप है
गीताजी का ज्ञान काल (जिसे ब्रह्म भी कहा जाता है) ने दिया है और यह ब्रह्मा जी विष्णु जी और शिव जी के पिता है इनकी देवी दुर्गा है तो तीनों देवताओ से बड़े होने के कारण क्या ब्रह्म ही वास्तविक परमेश्वर है
नही परमेश्वर की जन्म म्रत्यु नही होती है जबकि गीताजी का ज्ञान देने वाला ब्रह्म गीताजी अध्याय 4 के श्लोक 5 में स्वीकार करता है कि अर्जुन तेरे ओर मेरे बहुत जन्म हो चुके है
                     अध्याय 4 का श्लोक 5 
 (भगवान उवाच)
बहूनि, मे, व्यतीतानि, जन्मानि, तव, च, अर्जुन, 
 तानि, अहम्, वेद, सर्वाणि, न, त्वम्, वेत्थ, परन्तप

श्री भगवान बोले- हे परंतप अर्जुन! मेरे और तेरे बहुत से जन्म हो चुके हैं। उन सबको तू नहीं जानता, किन्तु मैं जानता हूँ
 ॥5॥


यानी कि ब्रह्म भगवान जन्म म्रत्यु में रहता है फिर अध्याय 15 के श्लोक 16 17 में यह से मैं कहता है कि इस संसार में तीन प्रकार के पुरुष है क्षर पुरुष अक्षर पुरुष और परम अक्षर पुरुष इनमें से परम अक्षर पुरुष ही सर्वोच्च परमेश्वर है जो सबका धारण  पोषण करता है

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